Pixel King HD Controller

Pixel King HD Controller

हेलो दोस्तों स्वागत है आप सभी का हमारे youtube चैनल हार्ड है इलेक्ट्रॉनिक्स में. दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं अपने इस पिक्सल किंग कंट्रोलर के बड़े में. दोस्तों यह कंट्रोलर आप देख लीजिए अच्छे से इस कंट्रोलर का नाम जो कि अब मैं आपको एक चीज बताता हूं. मैंने कुछ दिन पहले इस क का वीडियो डाला था इस कर का नाम मैन पै को.
यह जो में दो तरह सेक्शन होता है. मेन जो कनेक्शन है वो दो टाइप का होता है, एक पैरेल कनेक्शन होता है, एक सीरीज कनेक्शन होता है.


पैरेलल कनेक्शन उसको बोलते हैं जिसमें एक ही तार होता है उसमें सारे पत्ते आप जोड़ देते हो तो उसको पै कनेक्शन बोलते हैं. तो यह मैनुअल पैरेल कंट्रोलर है जो कि बारह हज़ार पिक्सल चलाता है. तो आप सब इस कंट्रोलर को बहुत प्यार दिया हुआ है. और आप सब की तरफ से यह बोला गया कि जिस तरह से यह कंटो है उसी तरह से आप बनाया. जो की एस और स कने में चल सके और उसकी जो सेटिंग हो वो मैनुअली हम लोग कर सकें.


तो उसके लिए हमने यह कंट्रोलर बनाया है. इस कंट्रोलर का नाम पिक्स जो की मैन्युअल सीरीज कंट्रोलर है. अब इसमें क्या होता है की आप इस कंट्रोलर में दौ हज़ार पिक्सल चला सकते हो. दौ हज़ार पिक्सल इन डी सेल्स की मां लीजिए. जैसे आपका सेटअप.
तो वो चा में दौ हज़ार पिक्सल होता है तो ये जो पिक्स किंग का कंट्रोलर है ये दौ हज़ार पिक्सल चलाता है. अब इसकी जो सेटिंग है वो मैन्युअली होती है. जैसे मां लीजिए आपका कनेक्शन चाहे एस हो चाहे स हो ठीक है आप मां लीजिए एस कनेक्शन तो आपको एस और स करने के लिए हमने एक यहां पे बटन दे दी है. इधर आप देखोगे तो मोड लिखा हुआ है और ऊपर एस लिखा हुआ है नीचे स लिखा हुआ है अगर आप ऊपर कर डॉग तो यस कनेक्शन चलने लगेगा नीचे कर डॉग तो स कनेक्शन चलने लगेगा. ठीक है काफी आसानी से आप इसका मूड चेंज कर सकते हो.


उसके बाद एक और समस्या लोगों के साथ रहती है. स्पीड की किसी को फास्ट स्पीड पसंद है किसी को स्लो स्पीड पसंद है तो उसके लिए हमने यहां पे एक वॉल्यूम दे दिया है आपको तो इस वॉल्यूम की मदद से आप स्पीड भी बढ़ा सकते हो और इसकाड भी चेंज कर सकते यह जो कंटोल है यह हमारा.


मैनुअलरीज कंट्रोलर है जो किक्सलंग के नाम से आया हुआ है. अब लोगों का सवाल रहेगा की यह जैसे मैं लीजिए अलग-अलग साइज है दस सौ, बीस सौ बीस, असलीस है, तो सर एक ही कंट्रोलर से चल जाएगा. तो ऐसा नहीं है आपको जैसे यह पिक्सल कि का पाँच सौ चालीस कंट्रोलर है इसी तरह से आपको पिक्सेल किंग का पाँच, अस्सी का दस हज़ार ब एक सौ बीस एक छः कंट्रोलर अलग-अलग मिल जाएगा. उन सब कंट्रोलर में एक खासियत रहेगी की आप उसका इस साइज का एस कनेक्शन और इस साइज का स कनेक्शन.


इस कंट्रोलर से चला पाओगे ठीक है जैसे इस कंट्रोलर में सेटिंग दिया हुआ है एस किंग के सारे कंट्रोलर में. एस और स करने की सेटिंग रहेगी तो आप एस और स कनेक्शन करके चला सकते हो साथ ही साथ स्पीड भी घाट बड़ा सकते हो. अब दोस्तों मैं इसका आपको कनेक्शन दिखा देता हूं. सिंपल सा कनेक्शन है. जैसे आप सारे कंट्रोलर में एस और जेट का कनेक्शन करते हो वैसे ही करना है और मैं इसको थोड़ा सा आपको इसकी स्पीड घाट बढ़ के और इसकी सेटिंग करके आपको दिखा देता हूं. ठीक है.


अगर आपको ये कंट्रोलर मंगवाना है तो आप हमसे व्हाट्सएप कर सकते हो और फोन करके भी इस कंट्रोल को मंगवा सकते हो. अगर आप दुकान है आपकी आप शॉप चलते हो या की आपको बुक में खरीदना है तो आप हमसे पर्सनली कांटेक्ट करके और अपनी क्वांटिटी बता के रेट काफी कम कर सकते हो. ठीक है दोस्तों तो चलिए हम आपको अब इस कंट्रोलर के डिजाइंस और कनेक्शन दिखाते हैं. तो लिए दोस्तों मैं आपको थोड़ा सा कनेक्शन दिखा देता हूं. कैसे कनेक्शन किया हमने ये दौ सौ अट्ठाईस टाइप का जो कनेक्शन है.


यह कंट्रोलर दोस्तों आप देख रहे हैं किंग पचास कंट्रोलर है स. दौ हज़ार पिक्सल तक आप चला सकते हैं दोस्तों इसको.
इसमें आप देख रहे पीछे तीस बार निकले हुए हैं ये पंच वोल्ड प्लस है फिर माइंस है सफेद वाला वायर फिर हरा वाला डाटा वायर है. ठीक है ये आप दोस्तों कनेक्शन पत्ता देख रहे हैं. सर कनेक्शन हमारा पक्का कनेक्शन है. कहानी भी कहानी से लो लूस जॉइंट हमने नहीं छोड़ा हुआ है ये आप देख रहे हैं स्लीप वगैरा लगा के हमने इसको पक्का कनेक्शन किया है पक्का कनेक्शन करने का. दोस्तों सबसे बड़ा फायदा यह है.


की आपके सेटअप में कहानी भी ब्लिंकिंग नहीं आएगी. ठीक है वायर की बात करें तो दौाई दशमलव का मोटा वायर हमने लगा है. आप इसमें जो है पचास, बीस हमने एक जगह से पावर दें कहीं भी कोई भी ब्लिंकिंग दोस्तों नहीं आएगी. मैं आपको वीडियो दिखाऊंगा ये आप देख लेना. इसी सेप में कहानी भी बिंग नहीं आएगी. ठीक है तो इतना सा दोस्तों कनेक्शन है टाइप में पत्ता बना हुआ है. इस टाइप आप जानते ही हो.


ठीक है यहां से पहले पत्ता है, पहले पत्ता से डाटा नीचे जाता है ठीक है, फिर उसके बाद दूसरे पेट में इसमें आएगा फिर इसमें डाटा इसमें तीसरे पे में जाएगा. इस तरह से दोस्तों लूपिंग रहती है. एक टाइप का कनेक्शन ऐसे ही होता है.
दो.